चीन में इस बीमारी की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. चिंता की एक बात ये भी है कि कोरोना वायरस की वजह से चीन के साथ दुनियाभर की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है. अर्थव्यवस्था को लेकर अभी साफ-साफ आंकड़ा तो नहीं दिया जा रहा है, लेकिन इतना बताया जा रहा है कि इससे चीन के साथ दुनियाभर की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी.
चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. विशेषज्ञ बता रहे हैं कि चीन की अर्थव्यवस्था में आई गिरावट का असर दुनियाभर पर पड़ेगा. अगर चीन अपने संभावित विकास दर को हासिल करने में नाकाम रहता है तो दुनियाभर में स्लोडाउन आएगा. भारत भी अपने गिरते विकास दर से चिंतित है. ऐसे में ग्लोबल स्लो डाउन का असर यहां भी देखने को मिल सकता है.
सार्स महामारी से हुआ था बड़ा आर्थिक नुकसान
इसके पहले भी महामारी फैलने की वजह से दुनिया की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो चुकी है. 2002-2003 में चीन में सीवियर एक्यूट रेसपेरेट्री सिंड्रोम यानी सार्स ने भयानक कहर बरपाया था. चीन की अर्थव्यवस्था पर इसका बड़ा बुरा असर पड़ा था.
कोरोना वायरस से अर्थव्यवस्था पर बुरा असर,